
आईएमडी ने कहा है कि अगस्त 2025 दिल्ली में पिछले 15 वर्षों में सबसे अधिक बारिश वाला अगस्त रहा है और सितंबर में भी बारिश जारी रह सकती है।
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इस बार दिल्ली में करीब 15 साल बाद इतनी भारी बारिश दर्ज की गई है ।
- दिल्ली में अगस्त 2025 में इतनी भारी बारिश हुई है कि यह पिछले 15 सालों का सबसे ज़्यादा बारिश वाला अगस्त बन गया है । इस महीने (अगस्त) में कुल 399.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो 2010 के 455.8 मिमी (जब भारी बारिश हुई थी) के बाद सबसे ज़्यादा है।
- अलर्ट और चेतावनियाँ
- दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम के लिए ऑरेंज अलर्ट , गाजियाबाद के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है ।
- आईएमडी ने चेतावनी दी है कि गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश से यातायात, जलभराव और बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है ।
दिल्ली-एनसीआर में सितंबर में भी जारी रह सकती है मानसूनी बारिश
भारी बारिश के कारण दिल्ली और आसपास के इलाकों में कई जगहों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या हो सकती है। ऑफिस जाने वालों और रोज़ाना यात्रा करने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मेट्रो और बस सेवाएं भी बारिश से प्रभावित हो सकती हैं। कई जगहों पर बिजली कटौती और पेड़ गिरने की घटनाएँ भी आम नागरिकों के लिए एक अतिरिक्त चुनौती बन रही हैं।
दिल्ली की यमुना नदी का जलस्तर भी सामान्य से ऊपर बना हुआ है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगर लगातार बारिश होती रही तो निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। प्रशासन की राहत और बचाव टीमें अलर्ट पर हैं और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
अगर आंकड़ों की बात करें, तो अगस्त का महीना दिल्ली के लिए पिछले दस सालों में सबसे ज़्यादा बारिश वाला महीना साबित हुआ । इस दौरान सामान्य से लगभग 72% ज़्यादा बारिश दर्ज की गई। सितंबर की शुरुआत में भी मानसून सक्रिय है और आने वाले दिनों में और तेज़ बारिश की संभावना है। इससे साफ़ है कि दिल्ली-एनसीआर के लोग इस साल लंबे समय तक बारिश का आनंद तो लेंगे, लेकिन इसके साथ ही परेशानियों का भी सामना करेंगे।
बारिश का एक सकारात्मक पहलू भी है। लोगों को लंबे समय से चली आ रही गर्मी और उमस से राहत मिल रही है। ठंडी हवा और बारिश की बूंदों से मौसम सुहावना हो गया है। पर्यावरण की दृष्टि से भी बारिश महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भूजल स्तर को ऊपर उठाने में मदद करती है और प्रदूषण के स्तर को भी कुछ हद तक कम करती है।
हालाँकि, नागरिकों के लिए सतर्क रहना ज़रूरी है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए, यात्रा करते समय छाता या रेनकोट साथ रखना चाहिए और बारिश के दौरान खुले मैदानों या बिजली के खंभों के पास खड़े होने से बचना चाहिए। गाड़ी चलाते समय धीमी गति से चलें और पानी से भरी सड़कों से गुजरने से बचें।
कुल मिलाकर, दिल्ली-एनसीआर में इस समय हो रही बारिश लोगों के लिए राहत और चुनौती दोनों लेकर आई है। आने वाले दिनों में मानसून की यह सक्रियता और तेज़ हो सकती है। इसलिए प्रशासन की चेतावनियों का पालन करना और व्यक्तिगत सावधानी बरतना ही सुरक्षित और बेहतर विकल्प है।